इससे प्रत्यक्ष श्रम के समय में कमीआयेगी और इससे प्रायः उत्पादन की ईकाई प्रत्यक्ष श्रम लागत भी कम होगी.
2.
साज-सामान के प्रतिष्ठापन और परीक्षणकी प्रक्रिया में जब उत्पादन की इकाइया अपेक्षाकृत निश्चित संख्या मेंनिरर्थक हो जाती है तो उससे न केवल सामग्री की लागत ही बल्कि श्रम लागतका स्वरूप भी निर्धारित होता है परिणामस्वरूप, थोक के आकार में वृद्धि केसाथ ही उत्पादन की प्रतिवर्ष प्रति इकाई प्रत्यक्ष सामग्री की लागत कीभांति प्रत्यक्ष श्रम लागत घटायी जाती है.